Mudra,Banking evam rajsava/ by Gopal Singh and B. P. Gupta"
Material type:
- 8185176329
- H 332.4 SIN c.1
Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
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Gandhi Smriti Library | H 332.4 SIN c1. (Browse shelf(Opens below)) | Available | 42719 |
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"मुद्रा वह धुरी है जिसके चारों ओर समस्त अर्थ विज्ञान चक्कर लगाता है।" मार्शल के इस कथन से आर्थिक क्षेत्र में मुद्रा के महत्व का पता चलता है । आज के युग में मुद्रा ही समस्त आर्थिक क्रियाओं की प्रेरिक शक्ति है । आज हम मुद्रा रहित अर्थव्यवस्था की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं । आर्थिक क्षेत्र के साथ ही सामाजिक व राजनैतिक क्षेत्र में भी मुद्रा का विशेष महत्त्व है । अर्थव्यवस्था में मुद्रा के साथ बैंकिंग व राजस्व की क्रियायें भी जुड़ी हुई हैं ।
इस पुस्तक में मुद्रा, बैंकिंग व राजस्व की क्रियाओं के सैद्धान्तिक एवं व्यावहारिक पक्ष की विषद् विवेचना की गई है । इसका अध्ययन विद्यार्थियों, अर्थवेत्ताओं, बैंकर्स व राजस्व अधिकारियों के साथ ही इस विषय में रुचि रखने वाले सामान्य पाठकों के लिए उपयोगी होगा ।
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