Sharerik vikas tatha svarop
Material type:
- 9789383980970
- H 612.6 JAM
Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
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Gandhi Smriti Library | H 612.6 JAM (Browse shelf(Opens below)) | Available | 168508 |
व्यक्ति का मानसिक, शारीरिक तथा आध्यात्मिक विकास सामाजिक वातावरण में होता है। सामाजिक परिस्थिति में व्यक्ति की प्रतिक्रिया ही उसका व्यवहार या आचरण होता है। किसी कार्य के बार-बार करने से अभ्यास या आदत बन जाती है। सामूहिक अभ्यास या आदत, व्यवहार, रीति अथवा चलन बन जाते हैं। समाज के लोग इन्हें किसी बाधा या विचार के बिना भाग लेते हैं। कालान्तर में यही परम्परा बन जाती है। रीति या परम्पराएं समाज के अलिखित नियम हैं जिन्हें समाज में यथार्थ जीवन बिताकर ही अनुभव करके व्यक्ति अपने जीवन में अपना लेता है।
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