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Narmada basin ka krishi-bhugoal v.1972

By: Material type: TextTextPublication details: Bhopal; Madhya Pradesh Hindi Granth Akad; 1972.Description: 214pSubject(s): DDC classification:
  • H 631.50943 JOS
Summary: नर्मदा मध्यप्रदेश की गंगा है। धार्मिक दृष्टि से इसका बड़ा महत्व रहा है। पुराणों तथा अन्य ग्रन्थों में इसकी तथा इसके किनारे स्थित तीर्थो की महिमा गायी गयी है। इसके अतिरिक्त भी नर्मदा का महत्व कुछ कम नहीं है। मध्यप्रदेश के पर्वतीय स्थलों में, जहाँ ग्रीष्म ऋतु के उत्ताप से तपती पहाड़ियों एवं जलते जंगल जानलेवा बन जाते रहे हैं, नर्मदा अपने अमृतनिष्यन्द द्वारा लोगों में प्राण-संचार करती रही है। इसलिए इसे वह सार्थक नाम दिया गया । "नमं सुखं ददाति इति नर्मदा" अर्थात् सुखदायिनी । प्रस्तुत पुस्तक् में नर्मदा नदी क आर्थिक पहलु क साथ साथ इसमें बहुत सी खनिज सम्भावनाओ के बारे में बताया गया हैI
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नर्मदा मध्यप्रदेश की गंगा है। धार्मिक दृष्टि से इसका बड़ा महत्व रहा है। पुराणों तथा अन्य ग्रन्थों में इसकी तथा इसके किनारे स्थित तीर्थो की महिमा गायी गयी है। इसके अतिरिक्त भी नर्मदा का महत्व कुछ कम नहीं है। मध्यप्रदेश के पर्वतीय स्थलों में, जहाँ ग्रीष्म ऋतु के उत्ताप से तपती पहाड़ियों एवं जलते जंगल जानलेवा बन जाते रहे हैं, नर्मदा अपने अमृतनिष्यन्द द्वारा लोगों में प्राण-संचार करती रही है। इसलिए इसे वह सार्थक नाम दिया गया । "नमं सुखं ददाति इति नर्मदा" अर्थात् सुखदायिनी । प्रस्तुत पुस्तक् में नर्मदा नदी क आर्थिक पहलु क साथ साथ इसमें बहुत सी खनिज सम्भावनाओ के बारे में बताया गया हैI

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