Digital privesh main patrakarita avam sanchar prabhandan
Material type:
- 9788197262654
- H 302.23 BHA
Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
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Gandhi Smriti Library | H 302.23 BHA (Browse shelf(Opens below)) | Available | 180634 |
एक प्राचीन विधा है जिसे सैकड़ों वर्षों से मुद्रित स्वरूप में सुजित किया जा रहा है। अपने कार्य क्षेत्र में इसमें निरंतर सुधार हो रहा है। सुधार की सबसे नवीनतम प्रवृत्ति इंटरनेट है। वास्तव में, अब यह अधिक से अधिक सुगम होता जा रहा है तथा संचार माध्यम के रूप से इसकी लोकप्रियता विविध प्रकार के उपयोगकर्ताओं के चीच बढ़ रही है। स्वाभाविक है कि पत्रकारिता उद्योग ने इस अवसर को अपने उद्देश्यों को समाचार-माध्यम तक पहुंचाने के रूप में पहचाना है और इस प्रकार इस माध्यम से अधिक पाठकों तक पहुंचा जा सकता है। पत्रकारिता तथा संचार के क्षेत्र विद्यार्थियों को समाज में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। मुद्रण मीडिया वह सबसे बड़ा माध्यम है जिसमें समाचार पत्रों और पत्रिकाओं के प्रकाशन के लिए पत्रकारों को शामिल करने के अपार क्षेत्र उपलब्ध हैं। दूरदर्शन तथा आकाशवाणी सहित प्रसार माध्यमों में भी अनेक अवसर उपलब्ध है। विज्ञापन, मार्केटिंग, जन-सम्पर्क तथा अन्य मीडिया सम्पकों के क्षेत्रों में पत्रकारिता एवं संचार के अन्य अनेक विकल्प उपलब्ध हैं। इस विशिष्टत्ता के परिणामस्वरूप अनेक पत्रकारिता संगठनों ने अपने समाचार पत्रों को इंटरनेट पर प्रस्तुत करके उन्हें डिजिटल स्वरूप दिया है। ऐसा करते समय वे मुद्रित संस्करणों से अनेक लेखों को इंटरनेट पर सूचीबद्ध करते हैं। इसके अतिरिक्त वेब पर स्थान की कोई बाधा नहीं रहती और इस प्रकार समाचार-पत्र अपनी विषय-वस्तु की सूची को काफी विस्तृत कर सकते हैं। इस प्रकार पाठक पूर्व प्रकाशित लेखों की भी वेबसाइट पर बड़ी आसानी से देख सकते हैं। ऐसा पाठकों की सुविधा के लिए किया जाता है क्योंकि पुराने समाचार पीछे की ओर होते है जबकि नये समाचार जागे की ओर रखे जाते हैं।
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