Bharat Ke Janjaatiya Krantiveer: Swatantrata Sangram ki 75 Unsuni Kahaniyaan (भारत के जनजातीय क्रान्तिवीर )
Material type:
- 9789392209222
- H 954.035 PAT
Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
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Gandhi Smriti Library | H 954.035 PAT (Browse shelf(Opens below)) | Available | 169597 |
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H 954.035 PAN Bhoomigat Subhash | H 954.035 PAN Bhoomigat Subhash | H 954.035 PAN Usne Gandhi ko kyon mara | H 954.035 PAT Bharat Ke Janjaatiya Krantiveer: Swatantrata Sangram ki 75 Unsuni Kahaniyaan (भारत के जनजातीय क्रान्तिवीर ) | H 954.035 PRA Pradhanmantri ka sambodhan: naya sankalp naya vishwas vikas ke saath | H 954.035 PUR Swatantrata sangram, samajwad aur sri Ramveraksh Benipuri | H 954.035 PUR Swatantrata sangram, samajwad aur shri Ramvarksh Benipuri |
भारतवर्ष को दासता के चंगुल से मुक्त कराने व स्वराज की स्थापना करने के लिए देश के असंख्य वीर सेनानियों व क्रांतिकारियों ने अपना जीवन भारत माता के चरणों में समर्पित किया है। किन्तु दुर्भाग्यवश, उनमें से बहुत-से योद्धा ऐसे हैं, जिन्हे मानक इतिहास पुस्तकों में किसी कारणवश उनका यथोचित स्थान नहीं मिल सका। यह बात देश के विभिन्न जनजातीय समुदायों से आने वाले क्रांतिवीरों के योगदान के विषय में और भी सटीकता से लागू होती है। यह पुस्तक ऐसे ही जनजातीय क्रान्ततवीरों की अल्पज्ञात अमरगाथाओं का यशोगान कर उन्हें जनसामान्य के समक्ष रखने एक छोटा-सा प्रयास है। अदम्य साहस, अतुलनीय शौर्य व अटूट स्वाभिमान से भरी ये कथाएँ न केवल ज्ञानवर्धक हैं, अपितु सभी देशवासियों के लिए महान प्रेरणास्रोत भी हैं। यह पुस्तक मातृभूमि के प्रति निष्ठा व अपने पराक्रम से क्रांति की ज्वाला को अनवरत प्रज्वलित रखने वाले तथा स्वाधीनता की यज्ञवेदी पर अपने प्राणों को होम कर देने वाले महान् जनजातीय क्रान्ततवीरों के प्रति एक विनम्र श्रद्धासुमन है।
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