Amazon cover image
Image from Amazon.com
Image from Google Jackets

Ambedkar aur Modi: Sudharak Ke Vichar, Sadhak Dete Aakaar

By: Material type: TextTextPublication details: New Delhi Prabhat 2023Description: 240pISBN:
  • 9789390372102
Subject(s): DDC classification:
  • PM 954.053092 MOD
Summary: आधुनिक भारत के निर्माण पर डॉ. बी.आर.आंबेडकर ने व्यापक प्रभाव डाला है। हालाँकि उनकी विरासत को हाशिए, पर धकेल दिया गया और संस्थागत रूप से उनकी उपेक्षा की गई। यह पुस्तक एक विनम्र माध्यम है, जो राष्ट्र-निर्माण की प्रक्रिया में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के योगदान को रेखांकित करती है। उनके कई विचार और समाधान हमारे शासन के प्रतिमान को आज भी परिभाषित कर रहे हैं, विशेष रूप से जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनकी विरासत को पुनर्जीवित करना सुनिश्चित किया जा रहा है। यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बाबासाहेब के आदर्शों के अनुसार भारत के विकास की कहानी की मिलती-जुलती बातों का अध्ययन करती है। यह उन दो महान्‌ व्यक्तित्वों के बीच स्पष्ट दिखने वाली समानता को भी सामने लाती है, जो सभी बाधाओं के बाद भी सफल हुए और उन दमघोंटू सामाजिक संरचनाओं को खत्म करने की दिशा में काम किया, जिनका अनुभव उन्होंने स्वयं करीब से किया था।
Tags from this library: No tags from this library for this title. Log in to add tags.
Star ratings
    Average rating: 0.0 (0 votes)
Holdings
Item type Current library Call number Status Date due Barcode Item holds
Books Books Gandhi Smriti Library PM 954.053092 MOD (Browse shelf(Opens below)) Available 180397
Total holds: 0

आधुनिक भारत के निर्माण पर डॉ. बी.आर.आंबेडकर ने व्यापक प्रभाव डाला है। हालाँकि उनकी विरासत को हाशिए, पर धकेल दिया गया और संस्थागत रूप से उनकी उपेक्षा की गई।

यह पुस्तक एक विनम्र माध्यम है, जो राष्ट्र-निर्माण की प्रक्रिया में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के योगदान को रेखांकित करती है। उनके कई विचार और समाधान हमारे शासन के प्रतिमान को आज भी परिभाषित कर रहे हैं, विशेष रूप से जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनकी विरासत को पुनर्जीवित करना सुनिश्चित किया जा रहा है।

यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बाबासाहेब के आदर्शों के अनुसार भारत के विकास की कहानी की मिलती-जुलती बातों का अध्ययन करती है। यह उन दो महान्‌ व्यक्तित्वों के बीच स्पष्ट दिखने वाली समानता को भी सामने लाती है, जो सभी बाधाओं के बाद भी सफल हुए और उन दमघोंटू सामाजिक संरचनाओं को खत्म करने की दिशा में काम किया, जिनका अनुभव उन्होंने स्वयं करीब से किया था।

There are no comments on this title.

to post a comment.

Powered by Koha