Aas
Material type:
- 9789350003862
- SA 891.4308 BAD
Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
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Gandhi Smriti Library | SA 891.4308 BAD (Browse shelf(Opens below)) | Available | 169298 |
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SA 891.43 NAG Ras sindhant | SA 891.4304 DWI Aalok parv | SA 891.4304 PAR Vikalang Shraddha Ka Daur | SA 891.4308 BAD Aas | SA 891.431 AGA Padmavaat (Mool Evam Sanjeev Vyakhya) | SA 891.431 AGR Utna wah Sooraj hai | SA 891.431 ANA Tokri mein digant |
आस’ में बशीर बद्र की रचनात्मकता का उत्कृष्ट रूप मौदूज है। साहित्य अकादमी से सम्मानित यह संग्रह उनकी कुछ नई गज़लों के साथ पहली बार देवनागरी में प्रकाशित हो रहा है। अपनी तशीर में बशीर बद्र की गज़लें नन्ही दूब पर अटकी हुई ओस की बूँद और सर्दी में पेड़ की फुगनी पर उतरती हुई मुलायम धूप की तरहा है। यहाँ प्रकृति आदमी के एहसास का हिस्सा है। उन्होने शायरी को सर्वथा नए प्रकृति-बिम्बों से समृध्द किस है। लेकिन उनकी गज़लों में जो छाया-प्रकाश के रुओ-रंगों की सहरकारी है,उसकी तह में हमारे दौर के क्रूर सवाल भी मौजूद हैं।
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