Image from Google Jackets

Aadikaleen hindi shabdakosh c.1

By: Contributor(s): Material type: TextTextPublication details: Delhi; Prabhat Prakashan; 1988Edition: 1st edDescription: 341 pSubject(s): DDC classification:
  • H 491.4303 TIW
Summary: हिन्दी में अब तक सामान्य कोश निर्माण की ही परम्परा रही है, जिनमें प्रायः आधुनिक हिन्दी और मध्यकालीन साहित्यिक हिन्दी के शब्द ही सम्मिलित किए गये हैं। हिन्दी के आदिकालीन साहित्य पर आधारित शब्द कोश निर्माण की दिशा में यह प्रथम प्रयास है। प्रस्तुत कोश में तत्कालीन हिन्दी साहित्य में प्रयुक्त सभी शब्दों को उनकी व्युत्पत्ति एवं अर्थ सहित लिया गया है; साथ ही विभिन्न पुस्तकों से उनके प्रयोग के उद्धरण भी दिए गये हैं। इस प्रकार आदिकालीन हिन्दी शब्द भण्डार के रूप में यह एक प्रामाणिक सन्दर्भ ग्रन्थ है । कोश के प्रारम्भ में आदिकालीन हिन्दी के आधार-ग्रन्थों एवं तत्कालीन प्रचलित हिन्दी भाषा पर भी प्रकाश डाला गया है। हिन्दी भाषा और साहित्य से सम्बद्ध पाठकों, छात्रों, लेखकों, अध्यापकों, शोधार्थियों तथा भाषा शास्त्रियों सभी के लिए यह कोश निश्चित रूप से उपादेय और संग्रहणीय है।
Tags from this library: No tags from this library for this title. Log in to add tags.
Star ratings
    Average rating: 0.0 (0 votes)

हिन्दी में अब तक सामान्य कोश निर्माण की ही परम्परा रही है, जिनमें प्रायः आधुनिक हिन्दी और मध्यकालीन साहित्यिक हिन्दी के शब्द ही सम्मिलित किए गये हैं। हिन्दी के आदिकालीन साहित्य पर आधारित शब्द कोश निर्माण की दिशा में यह प्रथम प्रयास है। प्रस्तुत कोश में तत्कालीन हिन्दी साहित्य में प्रयुक्त सभी शब्दों को उनकी व्युत्पत्ति एवं अर्थ सहित लिया गया है; साथ ही विभिन्न पुस्तकों से उनके प्रयोग के उद्धरण भी दिए गये हैं। इस प्रकार आदिकालीन हिन्दी शब्द भण्डार के रूप में यह एक प्रामाणिक सन्दर्भ ग्रन्थ है । कोश के प्रारम्भ में आदिकालीन हिन्दी के आधार-ग्रन्थों एवं तत्कालीन प्रचलित हिन्दी भाषा पर भी प्रकाश डाला गया है।

हिन्दी भाषा और साहित्य से सम्बद्ध पाठकों, छात्रों, लेखकों, अध्यापकों, शोधार्थियों तथा भाषा शास्त्रियों सभी के लिए यह कोश निश्चित रूप से उपादेय और संग्रहणीय है।

There are no comments on this title.

to post a comment.

Powered by Koha