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Shiksha ke darshanik adhar v.1982

By: Material type: TextTextPublication details: Jaipur; Rajasthan Hindi Grantha Academy; 1982Edition: 2nd reDescription: 164pDDC classification:
  • H 370.1 RUS
Summary: यह ग्रन्थ स्नातकोत्तर स्तर के विद्या थियों की आवश्यकताओंों को ध्यान में रखकर लिखवाया गया है। अनुभवी लेखक ने अपने विस्तृत अध्ययन और अनुभव के आधार पर इस ग्रन्थ को सिद्धान्त और व्यवहार दोनों दृष्टियों से परिपुष्ट बनाने का प्रयत्न किया है। इसमें विषय प्रतिपादन जितना ही प्रौढ़ है उतनी ही भाषा प्रांजल और सरल है । हमें पूर्ण विश्वास है कि इस ग्रन्थ का शिक्षक प्रशिक्षण क्षेत्र में बहुत स्वागत होगा ।
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यह ग्रन्थ स्नातकोत्तर स्तर के विद्या थियों की आवश्यकताओंों को ध्यान में रखकर लिखवाया गया है। अनुभवी लेखक ने अपने विस्तृत अध्ययन और अनुभव के आधार पर इस ग्रन्थ को सिद्धान्त और व्यवहार दोनों दृष्टियों से परिपुष्ट बनाने का प्रयत्न किया है। इसमें विषय प्रतिपादन जितना ही प्रौढ़ है उतनी ही भाषा प्रांजल और सरल है । हमें पूर्ण विश्वास है कि इस ग्रन्थ का शिक्षक प्रशिक्षण क्षेत्र में बहुत स्वागत होगा ।

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