Tulsidas krit Kavitawali
Material type:
- 9788180311246
- H 294.5922 TUL
Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
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Gandhi Smriti Library | H 294.5922 TUL (Browse shelf(Opens below)) | Available | 168568 |
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प्रस्तुत कविता में कवि श्री तुलसीदास जी ने बताया है कि संसार के सभी अच्छे बुरे क्रियाकलापों का आधार है ‘पेट की आग’ और उसका समाधान उन्हें सिर्फ रामभक्ति में ही मिलता है। कवि के अनुसार रामभक्ति उनके समस्त संकटों का समाधान है, सांसारिक मोहमाया से मुक्ति प्रदाता है।
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