Image from Google Jackets

Lokhit ke mukhya swar

By: Material type: TextTextPublication details: Bhopal Rajbhaban 2022Description: 334 pSubject(s): DDC classification:
  • H 885.01 JOS Vol.3
Summary: भाषणों का यह संग्रह एक ऐसा संग्रहणीय दस्तावेज बन गया है जिसमें भविष्योन्मुखी भारत की तस्वीर है तो हमारे अतीत की गौरवमयी खनक भी है। ग्रामीण भारत का स्वर है तो नये शोधों की आवश्यकता पर बल भी है। गुणवत्तायुक्त उच्च शिक्षा के लिए संकल्पबद्धता है तो सामाजिक सरोकारों के लिए प्रतिबद्धता भी है।
Tags from this library: No tags from this library for this title. Log in to add tags.
Star ratings
    Average rating: 0.0 (0 votes)

भाषणों का यह संग्रह एक ऐसा संग्रहणीय दस्तावेज बन गया है जिसमें भविष्योन्मुखी भारत की तस्वीर है तो हमारे अतीत की गौरवमयी खनक भी है। ग्रामीण भारत का स्वर है तो नये शोधों की आवश्यकता पर बल भी है। गुणवत्तायुक्त उच्च शिक्षा के लिए संकल्पबद्धता है तो सामाजिक सरोकारों के लिए प्रतिबद्धता भी है।

There are no comments on this title.

to post a comment.

Powered by Koha