Nautan netr rog vigyaan
Material type:
- 9789683046932
- H 617.7 SHA
Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
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Gandhi Smriti Library | H 617.7 SHA (Browse shelf(Opens below)) | Available | 168512 |
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लोकरंजन से लोकशिक्षण" की नीति पर आधारित प्रस्तुत पुस्तक एक प्रयास है उन आयुर्वेद अध्येताओं के उत्साहवर्धन व पीडा निवारण के लिये जिनके मुख से यदा कदा अनायास ही यह वाक्य निकल पडता है- “इतना परिश्रम अगर आयुर्वेद के बदले अन्य क्षेत्र में करते तो शायद आ अतिविशिष्ट उपलब्धियों से सम्पन्न होता" । वस्तुतः इस पुस्तक के लेखन की प्रेरणा का बीज उपर्युक्त वाक्य में छिपी पीडा में सन्निहित है।
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