Image from Google Jackets

Janpad Rudraprayag ithash aur sanskriti

By: Material type: TextTextPublication details: Dehradun Himshri press 2021.Description: 233 pSubject(s): DDC classification:
  • UK 954.51 BAL
Summary: जनपद रुद्रप्रयाग का गठन 18 सितम्बर 1997 को हुआ। जिसमें जनपद चमोली की तहसील रुद्रप्रयाग एवं ऊखीमठ, टिहरी गढ़वाल की उप तहसील जखोली एवं पौड़ी की बचणस्यूं पट्टी क्षेत्र को सम्मिलित किया गया। केदारनाथ की यह भूमि धरती के अन्य क्षेत्रों से अनोखी है। प्रसिद्ध विदेशी पर्यटक डा. लौग ने लिखा है कि मैं छ: बार हिमालय की यात्रा करने के पश्चात् विश्वास करता हूँ कि गढ़वाल, एशिया का सुन्दरतम् प्रदेश है। प्रस्तुत पुस्तक में जनपद रुद्रप्रयाग के इतिहास, प्रमुख स्थलों, मेले त्यौहार एवं लोक गीतों आदि पर गहन जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
List(s) this item appears in: Social sector
Tags from this library: No tags from this library for this title. Log in to add tags.
Star ratings
    Average rating: 0.0 (0 votes)

जनपद रुद्रप्रयाग का गठन 18 सितम्बर 1997 को हुआ। जिसमें जनपद चमोली की तहसील रुद्रप्रयाग एवं ऊखीमठ, टिहरी गढ़वाल की उप तहसील जखोली एवं पौड़ी की बचणस्यूं पट्टी क्षेत्र को सम्मिलित किया गया।

केदारनाथ की यह भूमि धरती के अन्य क्षेत्रों से अनोखी है। प्रसिद्ध विदेशी पर्यटक डा. लौग ने लिखा है कि मैं छ: बार हिमालय की यात्रा करने के पश्चात् विश्वास करता हूँ कि गढ़वाल, एशिया का सुन्दरतम् प्रदेश है।

प्रस्तुत पुस्तक में जनपद रुद्रप्रयाग के इतिहास, प्रमुख स्थलों, मेले त्यौहार एवं लोक गीतों आदि पर गहन जानकारी उपलब्ध कराई गई है।

There are no comments on this title.

to post a comment.

Powered by Koha