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Renu: ek jeevani

By: Material type: TextTextPublication details: Delhi Setu 2021Description: 548 pISBN:
  • 9789391277574
Subject(s): DDC classification:
  • H 920 YAY
Summary: भारत यायावर की ख्याति फणीश्वरनाथ रेणु के विशेषज्ञ के रूप में सुस्थापित है। उन्होंने जो जीवनी लिखने का उद्यम किया है, यह उसका पहला भाग है। यह विस्मयकारी है कि एक बड़े लेखक के जीवन में कितने और जीवन, कितने लोग, कितने भूगोल, कितनी स्मृतियाँ और इतिहास, कितने मर्म-प्रसंग मिल कर उसको सृजनसक्रिय और जिजीविषा सम्पन्न बनाते हैं। एक सच्चे और अथक शोधार्थी की तरह यायावर जी ने ऐसे अनेक प्रसंग, ब्योरे आदि एकत्र किये हैं जो अन्यथा या तो अज्ञात थे या विस्मृत। रेणु का साहित्य विपुलता का साहित्य है और उसके अनुरूप इस जीवनी का विपुल होना सर्वथा उचित है। साहित्य के अलावा रेण का सक्रिय राजनैतिक-सामाजिक जीवन भी था, निजी जीवन के साथ-साथ। इस जीवनी में उन सभी तहों को समेटने की बड़ी उजली और ईमानदार कोशिश है। रजा पुस्तक माला में इस जीवनी का पहला भाग प्रस्तुत करते हुए हमें प्रसन्नता है। यह प्रकाशन रेणु-शती के दौरान हो रहा है यह भी बहुत सन्तोष का विषय है।
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Books Books Gandhi Smriti Library H 920 YAY (Browse shelf(Opens below)) Available 168132
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भारत यायावर की ख्याति फणीश्वरनाथ रेणु के विशेषज्ञ के रूप में सुस्थापित है। उन्होंने जो जीवनी लिखने का उद्यम किया है, यह उसका पहला भाग है। यह विस्मयकारी है कि एक बड़े लेखक के जीवन में कितने और जीवन, कितने लोग, कितने भूगोल, कितनी स्मृतियाँ और इतिहास, कितने मर्म-प्रसंग मिल कर उसको सृजनसक्रिय और जिजीविषा सम्पन्न बनाते हैं। एक सच्चे और अथक शोधार्थी की तरह यायावर जी ने ऐसे अनेक प्रसंग, ब्योरे आदि एकत्र किये हैं जो अन्यथा या तो अज्ञात थे या विस्मृत। रेणु का साहित्य विपुलता का साहित्य है और उसके अनुरूप इस जीवनी का विपुल होना सर्वथा उचित है। साहित्य के अलावा रेण का सक्रिय राजनैतिक-सामाजिक जीवन भी था, निजी जीवन के साथ-साथ। इस जीवनी में उन सभी तहों को समेटने की बड़ी उजली और ईमानदार कोशिश है। रजा पुस्तक माला में इस जीवनी का पहला भाग प्रस्तुत करते हुए हमें प्रसन्नता है। यह प्रकाशन रेणु-शती के दौरान हो रहा है यह भी बहुत सन्तोष का विषय है।

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