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Shiksha v.1981

By: Material type: TextTextPublication details: Delhi; Sanmarg Prakashan; 1981Description: 96pSubject(s): DDC classification:
  • H 379.154 THA
Summary: रवीन्द्रनाथ ठाकुर को इस पुस्तक में प्रकाशित शिक्षा सम्बन्ध मन्तव्य हैं, आज भी वे हमारा मार्ग-दर्शन करते हैं, शायद पहले की अपेक्षा कहीं अधिक । स्वतन्त्र भारत में शिक्षा प्रणाली क्या हो ? शिक्षा में परीक्षा को कितना महत्त्व दिया जाए ? और अंग्रेजी शिक्षा रहे या न रहे आदि प्रश्न जो आज हमारे सामने विकट रूप में खड़े हैं, उनके समाधान के लिए मनीषी रवीन्द्रनाथ ठाकुर के ये विचार अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होंगे
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रवीन्द्रनाथ ठाकुर को इस पुस्तक में प्रकाशित शिक्षा सम्बन्ध मन्तव्य हैं, आज भी वे हमारा मार्ग-दर्शन करते हैं, शायद पहले की अपेक्षा कहीं अधिक । स्वतन्त्र भारत में शिक्षा प्रणाली क्या हो ? शिक्षा में परीक्षा को कितना महत्त्व दिया जाए ? और अंग्रेजी शिक्षा रहे या न रहे आदि प्रश्न जो आज हमारे सामने विकट रूप में खड़े हैं, उनके समाधान के लिए मनीषी रवीन्द्रनाथ ठाकुर के ये विचार अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होंगे

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