School management and health education (Record no. 346923)

MARC details
000 -LEADER
fixed length control field 03865nam a22001697a 4500
003 - CONTROL NUMBER IDENTIFIER
control field 0
005 - DATE AND TIME OF LATEST TRANSACTION
control field 20220831123724.0
020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER
International Standard Book Number 9789383980635
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER
Classification number H 371.2 KOD
100 ## - MAIN ENTRY--PERSONAL NAME
Personal name Kodaan, Sombeer
245 ## - TITLE STATEMENT
Title School management and health education
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC.
Place of publication, distribution, etc. New Delhi
Name of publisher, distributor, etc. Shivank
Date of publication, distribution, etc. 2021
300 ## - PHYSICAL DESCRIPTION
Extent 272 p.
520 ## - SUMMARY, ETC.
Summary, etc. आधुनिक युग जटिलताओं, समस्याओं, भौतिकता तथा विज्ञान का युग है। इस युग में स्कूल बालकों को शिक्षा देने के लिए महत्त्वपूर्ण साधन है। प्राचीन युग में बालक परिवार में ही रहकर समस्त रीति-रिवाजों, विश्वासों, व्यवसायों, भाषा, धर्म तथा नैतिक मूल्यों एवं सांस्कृतिक मूल्यों की शिक्षा ग्रहण कर लेते थे। आज वैज्ञानिक तथा तकनीकी विकास ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में क्रान्ति उत्पन्न कर दी है। इसके परिणामस्वरूप जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हो रहे हैं जिनके कारण मानव के परस्पर संबंध भी व्यापक हो रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप हमारी विरासत (heritage) भी व्यापक हो गई है। इस व्यापक विरासत को हम आज अनौपचारिक साधनों की सहायता से एक पीढ़ी तक हस्तान्तरण नहीं कर सकते। इसका हस्तान्तरण केवल शिक्षा के माध्यम से ही किया जा सकता है। स्कूल ही एक ऐसा साधन है जिसमें बालक कुशल व्यक्तियों द्वारा सुव्यवस्थित वातावरण में सुव्यवस्थित ढंग से शिक्षा ग्रहण करने में सफल हो सकता है। विद्यालय एक ऐसी सामाजिक संस्था है जिसका निर्माण समाज के आदर्शों और हितों की पूर्ति के लिए किया गया है। अमेरिका के शिक्षा शास्त्री डॉ. जॉन डीवी (Dr. John dewey) ने स्कूल को 'लघु समाज' माना है। स्कूल को समाज का दर्पण भी कहा गया है जिसमें वर्तमान समाज की क्रियाएं, विचारधाराएं, आवश्यकताएं तथा संस्कृति छोटे पैमाने पर प्रतिबिम्बित होती हैं। परन्तु एक बात ध्यान देने योग्य है कि समाज का शुद्ध रूप ही स्कूल में प्रतिबिम्बित होना चाहिए। स्कूलों को भी समाज का आदर्श रूप प्रस्तुत करना चाहिए।
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM
Topical term or geographic name entry element School Management
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA)
Koha item type Books
Holdings
Withdrawn status Lost status Damaged status Not for loan Home library Current library Date acquired Total checkouts Full call number Barcode Date last seen Price effective from Koha item type
  Not Missing Not Damaged   Gandhi Smriti Library Gandhi Smriti Library 2022-08-31   H 371.2 KOD 168478 2022-08-31 2022-08-31 Books

Powered by Koha