Jeene ki raah Srimadbhagvadgita: rukane kī cāha ko parāsta kara, uṭhane kī rāha (Record no. 346409)

MARC details
000 -LEADER
fixed length control field 03624nam a22001697a 4500
003 - CONTROL NUMBER IDENTIFIER
control field 0
005 - DATE AND TIME OF LATEST TRANSACTION
control field 20220422160418.0
020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER
International Standard Book Number 9789390923281
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER
Classification number H 294.5924 ILY
100 ## - MAIN ENTRY--PERSONAL NAME
Personal name Ilyasi, Suhaib
245 ## - TITLE STATEMENT
Title Jeene ki raah Srimadbhagvadgita: rukane kī cāha ko parāsta kara, uṭhane kī rāha
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC.
Place of publication, distribution, etc. New Delhi
Name of publisher, distributor, etc. Prabhat
Date of publication, distribution, etc. 2021
300 ## - PHYSICAL DESCRIPTION
Extent 136 p.
520 ## - SUMMARY, ETC.
Summary, etc. आप यह पुस्तक उठाकर पढ़ रह ह ता इसका अर्थ है कि आप कहीं-न-कहीं आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक शांति तलाश रहे हैं। बेशक हजारों युगों से मानव का पथ-प्रदर्शन करनेवाली श्रीमद्भगवद्गीता आपके लिए भी उतनी ही प्रासंगिक है, जितनी कभी यह महाबली अर्जुन या उन्नत महापुरुषों की प्रतिकूल अवस्थाओं में रही है।<br/>'जीने की राह' में मौजूद श्रीमद्भगवद्गीता पर आधारित 'सफलता के व्यावहारिक नियम' आपके जीवन को सुखद और मंगलमय बनाने के लिए आज भी प्रासंगिक हैं। इस पुस्तक में वे सनातन रहस्य छिपे हैं, जो आपके विशिष्ट स्वप्नों को साकार करने में आपका मार्गदर्शन और आपकी सहायता करेंगे। यह इस धारणा को पुष्ट करती है कि आर्थिक या आध्यात्मिक सफलता केवल सुनिश्चित योजनाओं, उच्च महत्त्वाकांक्षा और कठिन परिश्रम से ही प्राप्त हो सकती है।<br/><br/>प्रख्यात टेलीविजनकर्मी सुहैब इल्यासी ने इस पुस्तक में स्वयं अपने जीवन में श्रीमद्भगवद्गीता की व्यावहारिक उपयोगिता का प्रेरणात्मक उल्लेख किया है। उनका मानना है कि जब हम श्रीमद्भगवद्गीता द्वारा बताए तरीके से जीवन गुजारना शरू करते हैं तो फिर प्रकृति से तादात्म्य सहज ही स्थापित हो उठता है और जीवन में सुख-सौभाग्य, सुस्वास्थ्य, सुमधुर संबंध और भौतिक सुख अनायास ही प्राप्त होने लगते हैं।<br/>यह पुस्तक जीवन में आध्यात्मिक उत्थान और स्वयं की पहचान करानेवाली तथा जीवन को जबरदस्त उत्प्रेरणा से भर देनेवाली एक व्याहारिक कृति है।
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM
Topical term or geographic name entry element Bhagwad Gita
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA)
Koha item type Books
Holdings
Withdrawn status Lost status Damaged status Not for loan Home library Current library Date acquired Cost, normal purchase price Total checkouts Full call number Barcode Date last seen Price effective from Koha item type
  Not Missing Not Damaged   Gandhi Smriti Library Gandhi Smriti Library 2022-04-22 300.00   H 294.5924 ILY 168227 2022-04-22 2022-04-22 Books

Powered by Koha