Siksha technology
Sharma, G.R
Siksha technology v.1992 - 2nd - New Delhi Swarup and sons 1992 - 316p.
इस पुस्तक का यह संशोधित एवं परिवदित संस्करण आपके समक्ष प्रस्तुत करते हुए अपार हर्ष हो रहा है। मेरे शुभचिन्तकों तथा छात्राध्यापकों के बहुमूल्य सुझावों ने मुझे इस पुस्तक को अधिक लाभप्रद बनाने के लिए प्रेरित किया है। पुस्तक की लोकप्रियता में बढ़ती हुई मांग से प्रेरित होकर पुस्तक का यह संशोधित व परिवद्धित संस्करण आपके समक्ष उपलब्ध कराया गया है। प्रस्तुत पुस्तक में शिक्षण के सभी नवीन प्रत्ययों तथा उपागमों का व्यापकता के साथ वर्णन करते हुए विद्यार्थियों की प्रत्येक समस्या का श्रेष्ठतम समाधान प्रस्तुत किया गया है।
प्रथम संस्करण का प्रकाशन कुछ जल्दी में हुआ था। अतः कुछ त्रुटियों व कमियों का रह जाना स्वाभाविक है। शिक्षा विभाग के प्राध्यापकों व छात्राध्यापकों के सुझाव व कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए इस संस्करण के अधिकांश अध्यायों में संशोधन व परिवर्द्धन किया गया है। अतः द्वितीय संस्करण भारतीय विश्व विद्यालयों की शिक्षक प्रशिक्षण कक्षाओं तथा शिक्षा विभाग की कक्षाओं के लिये श्रेष्ठतम सिद्ध होगा, ऐसी मेरी आशा है।
इस संस्करण में एक नया अध्याय 'संसाधन केन्द्र, उनकी भूमिका तथा संगठन' (Resource centres, their role and organization) जोड़ दिया गया है। "शैक्षिक तकनीकी और जनसंचार साधन' (Educational technology and communication) नामक पाठ को अब विस्तृत रूप से संधोधित व परिवर्तित किया गया है।
कुछ महत्वपूर्ण शिक्षण प्रतिमानों (Teaching Models) में पूछताछ प्रशिक्षण प्रतिमान (Inquiry Training Model) का विस्तार से वर्णन किया गया है। साथ ही दो अन्य शिक्षण प्रतिमान अग्रिम व्यवस्थापक प्रतिमान (Advanced Organizer Model) तथा स्वामित्व सीखना प्रतिमान (Mastery Learning
Model) और जोड़ दिये गये हैं। मैं सरुप एण्ड सन्स प्रकाशक व वितरक मेरठ के संचालक श्री प्रभात कुमार शर्मा का विशेष रूप से आभारी हूँ जिन्होंने पुस्तक के इस संस्करण को प्रकाशित करने में विशेष तत्परता दिखाई।
8185431140
Teaching technology
H 370.7
Siksha technology v.1992 - 2nd - New Delhi Swarup and sons 1992 - 316p.
इस पुस्तक का यह संशोधित एवं परिवदित संस्करण आपके समक्ष प्रस्तुत करते हुए अपार हर्ष हो रहा है। मेरे शुभचिन्तकों तथा छात्राध्यापकों के बहुमूल्य सुझावों ने मुझे इस पुस्तक को अधिक लाभप्रद बनाने के लिए प्रेरित किया है। पुस्तक की लोकप्रियता में बढ़ती हुई मांग से प्रेरित होकर पुस्तक का यह संशोधित व परिवद्धित संस्करण आपके समक्ष उपलब्ध कराया गया है। प्रस्तुत पुस्तक में शिक्षण के सभी नवीन प्रत्ययों तथा उपागमों का व्यापकता के साथ वर्णन करते हुए विद्यार्थियों की प्रत्येक समस्या का श्रेष्ठतम समाधान प्रस्तुत किया गया है।
प्रथम संस्करण का प्रकाशन कुछ जल्दी में हुआ था। अतः कुछ त्रुटियों व कमियों का रह जाना स्वाभाविक है। शिक्षा विभाग के प्राध्यापकों व छात्राध्यापकों के सुझाव व कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए इस संस्करण के अधिकांश अध्यायों में संशोधन व परिवर्द्धन किया गया है। अतः द्वितीय संस्करण भारतीय विश्व विद्यालयों की शिक्षक प्रशिक्षण कक्षाओं तथा शिक्षा विभाग की कक्षाओं के लिये श्रेष्ठतम सिद्ध होगा, ऐसी मेरी आशा है।
इस संस्करण में एक नया अध्याय 'संसाधन केन्द्र, उनकी भूमिका तथा संगठन' (Resource centres, their role and organization) जोड़ दिया गया है। "शैक्षिक तकनीकी और जनसंचार साधन' (Educational technology and communication) नामक पाठ को अब विस्तृत रूप से संधोधित व परिवर्तित किया गया है।
कुछ महत्वपूर्ण शिक्षण प्रतिमानों (Teaching Models) में पूछताछ प्रशिक्षण प्रतिमान (Inquiry Training Model) का विस्तार से वर्णन किया गया है। साथ ही दो अन्य शिक्षण प्रतिमान अग्रिम व्यवस्थापक प्रतिमान (Advanced Organizer Model) तथा स्वामित्व सीखना प्रतिमान (Mastery Learning
Model) और जोड़ दिये गये हैं। मैं सरुप एण्ड सन्स प्रकाशक व वितरक मेरठ के संचालक श्री प्रभात कुमार शर्मा का विशेष रूप से आभारी हूँ जिन्होंने पुस्तक के इस संस्करण को प्रकाशित करने में विशेष तत्परता दिखाई।
8185431140
Teaching technology
H 370.7