Bahi-khata
Misra,P
Bahi-khata v.1987 - Jaipur Printwell Publishers 1987 - 270p.
पुस्तक में बही खाता सम्बन्धी आधारभूत सिद्धान्तों को, उदाहरणों के माध्यम से, स्पष्ट किया गया है । तलपट, जर्नल, रोकड़ बही, बैंक समाधान विवरण सम्बन्धी मुख्य धारणाओं को स्पष्ट करने के अतिरिक्त बही खाता सम्बन्धी सामान्य त्रुटियों को सुधारने की विधियों की ग्राख्या पुस्तक की अपनी एक विशेषता है ।अन्तिम अध्यायों में साझेदारी एवं कम्पनी खातों से सम्बन्धित प्रमुख धारणाओं, सिद्धान्तों एवं प्रविष्टियों की प्रकृति स्पष्ट की गई है ।
Book-keeping
H 657.2 MIS
Bahi-khata v.1987 - Jaipur Printwell Publishers 1987 - 270p.
पुस्तक में बही खाता सम्बन्धी आधारभूत सिद्धान्तों को, उदाहरणों के माध्यम से, स्पष्ट किया गया है । तलपट, जर्नल, रोकड़ बही, बैंक समाधान विवरण सम्बन्धी मुख्य धारणाओं को स्पष्ट करने के अतिरिक्त बही खाता सम्बन्धी सामान्य त्रुटियों को सुधारने की विधियों की ग्राख्या पुस्तक की अपनी एक विशेषता है ।अन्तिम अध्यायों में साझेदारी एवं कम्पनी खातों से सम्बन्धित प्रमुख धारणाओं, सिद्धान्तों एवं प्रविष्टियों की प्रकृति स्पष्ट की गई है ।
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H 657.2 MIS