Chuni hui kavitayen
Manu, Prakash
Chuni hui kavitayen - New Delhi Little-Bird 2024 - 168p.
प्रकाश मनु की सृजन-यात्रा की शुरुआत कविता से हुई थी, और पिछले पचास बरसों के लंबे उतार-चढ़ाव और विचित्रा हलचलों भरे दौर में उनके जीवन और साहित्य-यात्रा में भी तमाम मोड़ आए, पर कविता का साथ कभी नहीं छूटा। कविता उनके लिए साँस लेने की तरह है, और उनके ही शब्दों में, ”कविता का और मेरा पुराना साथ है। कभी-कभी तो लगता है, जन्म-जन्मांतरों का!“ जाहिर है, कविता से ही उन्हें जीने और जूझने की शक्ति मिलती है, और जीने के मायने भी।
9789393091925
Hindi literature
Hindi Kavitayen- Prakash Manu
Poetries- Hindi
H MAN P
Chuni hui kavitayen - New Delhi Little-Bird 2024 - 168p.
प्रकाश मनु की सृजन-यात्रा की शुरुआत कविता से हुई थी, और पिछले पचास बरसों के लंबे उतार-चढ़ाव और विचित्रा हलचलों भरे दौर में उनके जीवन और साहित्य-यात्रा में भी तमाम मोड़ आए, पर कविता का साथ कभी नहीं छूटा। कविता उनके लिए साँस लेने की तरह है, और उनके ही शब्दों में, ”कविता का और मेरा पुराना साथ है। कभी-कभी तो लगता है, जन्म-जन्मांतरों का!“ जाहिर है, कविता से ही उन्हें जीने और जूझने की शक्ति मिलती है, और जीने के मायने भी।
9789393091925
Hindi literature
Hindi Kavitayen- Prakash Manu
Poetries- Hindi
H MAN P