Satya ki khoj
Radhakrishnan, S.
Satya ki khoj - New Delhi Rajpaal & sons 2022. - 159 p.
डॉ. राधाकृष्णन ने इस रचना में शाश्वत सत्य की खोज-परख की है। अंततः सत्य है क्या? प्रचलित मान्यताओं को विवेक और तर्क की कसौटी पर कसते हुए प्राचीन उपनिषदों से लेकर आधुनिक दार्शनिकों तक के विचारों का सुगम शैली में मूल्यांकन किया है।
9788170282082
President of India
Radhakrishnan, S. (Sarvepalli), 1888-1975
Philosophers
BR 181.4 RAD 1954 / RAD
Satya ki khoj - New Delhi Rajpaal & sons 2022. - 159 p.
डॉ. राधाकृष्णन ने इस रचना में शाश्वत सत्य की खोज-परख की है। अंततः सत्य है क्या? प्रचलित मान्यताओं को विवेक और तर्क की कसौटी पर कसते हुए प्राचीन उपनिषदों से लेकर आधुनिक दार्शनिकों तक के विचारों का सुगम शैली में मूल्यांकन किया है।
9788170282082
President of India
Radhakrishnan, S. (Sarvepalli), 1888-1975
Philosophers
BR 181.4 RAD 1954 / RAD