Raag virag
Sharma, Ramvilas (ed.)
Raag virag - New Delhi Lokbharti 2021
यह उन कविताओं का संग्रह है जिसमें जितना आनन्द का अमृत है, उतना ही वेदना का विष। कवि चाहे अमृत दे, चाहे विष, इनके स्रोत इसी धरती में हों तो उसकी कविता अमर है ।
9788180310997
H 891.431 SHA
Raag virag - New Delhi Lokbharti 2021
यह उन कविताओं का संग्रह है जिसमें जितना आनन्द का अमृत है, उतना ही वेदना का विष। कवि चाहे अमृत दे, चाहे विष, इनके स्रोत इसी धरती में हों तो उसकी कविता अमर है ।
9788180310997
H 891.431 SHA