Heralḍ je laski ka rajanitik cintan
Srivastav, Arun Kumar
Heralḍ je laski ka rajanitik cintan - New Delhi Shivank 2021 - 264 p.
प्रस्तुत पुस्तक मेरे शोध प्रबन्ध 'हेराल्ड जे. लास्की के चिंतन में राज्य की अव गरणा का ही परिमार्जित रूप है
9789383980956
Political and social views
H 320.01 SRI
Heralḍ je laski ka rajanitik cintan - New Delhi Shivank 2021 - 264 p.
प्रस्तुत पुस्तक मेरे शोध प्रबन्ध 'हेराल्ड जे. लास्की के चिंतन में राज्य की अव गरणा का ही परिमार्जित रूप है
9789383980956
Political and social views
H 320.01 SRI