Gaun ki yaadein train tak

Joshi, Shankar

Gaun ki yaadein train tak - Dehradun Samay sakshay 2019 - 72 p.

अपनी हिन्दी कविताओं को किताब का रूप लेता देखकर अपार हर्ष हो रहा है। एक कवि के लिये यह पल विशेष होता है, मेरी कविताएं गाँव की कविताएं हैं, अवश्य ही आपको गाँव के दिन याद आऐंगे। उत्तराखण्ड के गाँव आज पलायन की पीड़ा झेल रहे हैं, गाँव के गाँव खाली हो रहे हैं, पहाड़ की खेती खत्म हो रही है। रीति-रिवाजों व त्योहारों पर भी खतरा मंडरा रहा है। मेरी सभी कविताएं इन्ही हालातों का प्रतिबिम्ब हैं।

9789388165303


Poems

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