Inqalaba zindabada : naṭaka-sangraha
Aẓami, Anis
Inqalaba zindabada : naṭaka-sangraha - New Delhi Sanjay 2021 - 242 p.
सुप्रसिद्ध लेखक, रंगकर्मी तथा नाटककार अनीस आज़मी का हिन्दी में यह पहला नाट्य संग्रह है। 'इन्कलाब ज़िन्दाबाद' में संग्रहीत नाटकों में ऐसे ही कुछ अमर क्रान्तिकारियों की जीवन-गाथा को नाटकों से पुनः जीवित करने का अतुल्य प्रयास है, जिन्हें हम भूल चुके हैं, या जिन्हें हमने सायास भुला दिया है। संग्रहीत सभी नाटक अत्यन्त भावुक एवं देशप्रेम के अत्युत्तम उदाहरण है। इस पुस्तक में शहीद भगत सिंह, शहीद ऊधम सिंह, काकोरी रेल-डकैती काण्ड के नायकों खाद विस्मित और अशफाकउल्लाह खॉ, के अतिरिक्त एक लापता सिपाही के देश पर मर मिटने की गाया चित्रित की गई है। अन्तिम नाटक अनिवार्यशादी कहानीकार सआदत हसन मण्टो की कहानी 'नया कानून' का नाट्य-रूपान्तरण है, जिसका मुख्य चरित्र मंगू कोचवान अपने देश-प्रेम की अलग ही व्याख्या प्रस्तुत करता है। कुल मिलाकर इस संग्रह के सभी देशभक्तिपरक नाटक मंत्री हैं, जिन्हें समय-समय पर लेखक श्री अनीस आज़मी ने अपने निर्देशन में मंच पर प्रस्तुत किया और सराहना पाई है। इन नाटकों का दिल्ली में अनेक संस्थाओं द्वारा अनेक बार मंचन किया जा चुका है।
9789392509032
Aẓami, Anis
H 891.439271 AZA
Inqalaba zindabada : naṭaka-sangraha - New Delhi Sanjay 2021 - 242 p.
सुप्रसिद्ध लेखक, रंगकर्मी तथा नाटककार अनीस आज़मी का हिन्दी में यह पहला नाट्य संग्रह है। 'इन्कलाब ज़िन्दाबाद' में संग्रहीत नाटकों में ऐसे ही कुछ अमर क्रान्तिकारियों की जीवन-गाथा को नाटकों से पुनः जीवित करने का अतुल्य प्रयास है, जिन्हें हम भूल चुके हैं, या जिन्हें हमने सायास भुला दिया है। संग्रहीत सभी नाटक अत्यन्त भावुक एवं देशप्रेम के अत्युत्तम उदाहरण है। इस पुस्तक में शहीद भगत सिंह, शहीद ऊधम सिंह, काकोरी रेल-डकैती काण्ड के नायकों खाद विस्मित और अशफाकउल्लाह खॉ, के अतिरिक्त एक लापता सिपाही के देश पर मर मिटने की गाया चित्रित की गई है। अन्तिम नाटक अनिवार्यशादी कहानीकार सआदत हसन मण्टो की कहानी 'नया कानून' का नाट्य-रूपान्तरण है, जिसका मुख्य चरित्र मंगू कोचवान अपने देश-प्रेम की अलग ही व्याख्या प्रस्तुत करता है। कुल मिलाकर इस संग्रह के सभी देशभक्तिपरक नाटक मंत्री हैं, जिन्हें समय-समय पर लेखक श्री अनीस आज़मी ने अपने निर्देशन में मंच पर प्रस्तुत किया और सराहना पाई है। इन नाटकों का दिल्ली में अनेक संस्थाओं द्वारा अनेक बार मंचन किया जा चुका है।
9789392509032
Aẓami, Anis
H 891.439271 AZA