Dalit Sahitya aur Vichardhara
Chaturvedi, Jagdishwar.
Dalit Sahitya aur Vichardhara - 1st ed. - New Delhi Anamika Publishers & Distributers 2021 - 247 p.
प्रस्तुत किताब वस्तुतः दलित केंद्रित विमर्श और विचारधारात्मक संघर्ष के क्रम में लिखे निबंधों का संकलन है। ये निबंध अलग-अलग समय पर लिखे गए थे। इधर-उधर बिखरे हुए थे। दलित साहित्यालोचना से जुड़े उन पक्षों की यहां पर विस्तृत आलोचना मिलेगी जिन पर विगत पचास साल से बहस हुई है। ये निबंध दलित साहित्यालोचना के नए आयामों को उद्घाटित करते हैं। दलित साहित्य को यहां विमर्श के बाहर विचारधारा की अवधारणाओं और फ्रेमवर्क में विश्लेषित किया गया है। आशा है दलित साहित्य के अध्ययन में यह पुस्तक मददगार साबित होगी।
9788195070015
Dalit Literature
H 305.5688 CHA
Dalit Sahitya aur Vichardhara - 1st ed. - New Delhi Anamika Publishers & Distributers 2021 - 247 p.
प्रस्तुत किताब वस्तुतः दलित केंद्रित विमर्श और विचारधारात्मक संघर्ष के क्रम में लिखे निबंधों का संकलन है। ये निबंध अलग-अलग समय पर लिखे गए थे। इधर-उधर बिखरे हुए थे। दलित साहित्यालोचना से जुड़े उन पक्षों की यहां पर विस्तृत आलोचना मिलेगी जिन पर विगत पचास साल से बहस हुई है। ये निबंध दलित साहित्यालोचना के नए आयामों को उद्घाटित करते हैं। दलित साहित्य को यहां विमर्श के बाहर विचारधारा की अवधारणाओं और फ्रेमवर्क में विश्लेषित किया गया है। आशा है दलित साहित्य के अध्ययन में यह पुस्तक मददगार साबित होगी।
9788195070015
Dalit Literature
H 305.5688 CHA