Praudh shiksha aur pustakaalay
Tiwari, Bhaskar Nath
Praudh shiksha aur pustakaalay 1987 - 1st ed. - Allahabad Bohra publishers 1987 - 128p.
राष्ट्रीय प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम की शत-प्रतिशत सफलता के लिए यह आवश्यक है कि सार्वजनिक पुस्तकालयों की उपादेयता को निविवाद रूप से स्वीकारा जाय और सभी प्रदेशों में इनका एक सुनियोजित, सुसंगठित और सुमचालित तन्त्र विकसित किया जाय ।
Adult Education
Libraries
H 374 TIW
Praudh shiksha aur pustakaalay 1987 - 1st ed. - Allahabad Bohra publishers 1987 - 128p.
राष्ट्रीय प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम की शत-प्रतिशत सफलता के लिए यह आवश्यक है कि सार्वजनिक पुस्तकालयों की उपादेयता को निविवाद रूप से स्वीकारा जाय और सभी प्रदेशों में इनका एक सुनियोजित, सुसंगठित और सुमचालित तन्त्र विकसित किया जाय ।
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