Krantikari
Ray, B. K. S.
Krantikari - New Delhi B. R. Publishing 2010 - 308 p.
इस उपन्यास के माध्यम से श्री रे ने आतंकवाद के विरूद्ध मनोवैज्ञानिक वातावरण बनाने का जो प्रयास किया है
9788176466721
Aatankvad
CS 891.43371 RAY
Krantikari - New Delhi B. R. Publishing 2010 - 308 p.
इस उपन्यास के माध्यम से श्री रे ने आतंकवाद के विरूद्ध मनोवैज्ञानिक वातावरण बनाने का जो प्रयास किया है
9788176466721
Aatankvad
CS 891.43371 RAY