Aur intazar thak gaya

"Bajpai, Mirdula"

Aur intazar thak gaya - Bhopal Manjul 2012 - 141 p.

एक ऐसी लड़की की कहानी जो ढूँढ़ने निकलती है अपने नाम में छुपे अर्थ, अपनी पहचान और अपने अस्‍तित्व को। पर जब सच्चाइ उसके सामने आती है तब उसे लगता है जैसे उसका सब कुछ छिन गया हो। ...पर यहीं से उसका नया जीवन भी प्रारंभ होता है। क्या विपरीत दिशा में खिंचते रिश्तों के बंधनों में वह अपने प्यार को जिंदा रख पाती है.?

9788183220996


"Upanyas, Civil servants"

CS BAJ M

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