Ek lok sevak ki diary

Gaur, Jainarayan

Ek lok sevak ki diary c.2 - Jaipur Sahityagaar 2010 - 224 p.

"लोक सेवक की डायरी " प्रशासन की रीति-नीतियों, बाधाओं और कुंठाओं से ऊपर उठकर सच्चे अर्थों में एक लोक सेवक बन जाने की यह ऐसी हृदयग्राही कहानी है जो वर्तमान तथा भविष्य के अधिकारियों को आत्मचिंतन हेतु प्रेरित करेगी।

9788177112108


Biography-Civil servents

CS 351.60924 GAU

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