Shabad vigyan
Tiwari, Bholanath
Shabad vigyan - Delhi Shabadkar 1982 - 170 p.
शब्दविज्ञान, चूंकि शब्दों के अध्ययन का विज्ञान है, अतः शब्दों से संबद्ध सभी प्रकार के अध्ययन इसमें समाहित किए जा सकते हैं। इस दृष्टि से 'शब्द की परि 'भाषा', 'शों का वर्गीकरण', 'शब्दरचना', 'शब्दार्थ और उसमें परिवर्तन', 'शब्दों की व्युत्पत्ति', 'शब्द समूह और उसमें परिवर्तन', 'नामों का अध्ययन', 'ध्वनि की दृष्टि से शब्दों का अध्ययन', 'शब्दकोशविज्ञान', तथा प्रयोग और समाज की दृष्टि से शब्दों पर विचार आदि इसके प्रतिपाद्य या वर्ण्यविषय हैं।
H 418 TIW
Shabad vigyan - Delhi Shabadkar 1982 - 170 p.
शब्दविज्ञान, चूंकि शब्दों के अध्ययन का विज्ञान है, अतः शब्दों से संबद्ध सभी प्रकार के अध्ययन इसमें समाहित किए जा सकते हैं। इस दृष्टि से 'शब्द की परि 'भाषा', 'शों का वर्गीकरण', 'शब्दरचना', 'शब्दार्थ और उसमें परिवर्तन', 'शब्दों की व्युत्पत्ति', 'शब्द समूह और उसमें परिवर्तन', 'नामों का अध्ययन', 'ध्वनि की दृष्टि से शब्दों का अध्ययन', 'शब्दकोशविज्ञान', तथा प्रयोग और समाज की दृष्टि से शब्दों पर विचार आदि इसके प्रतिपाद्य या वर्ण्यविषय हैं।
H 418 TIW