000 | 01619nam a2200193Ia 4500 | ||
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005 | 20221222151723.0 | ||
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020 | _a8170556597 | ||
082 | _aCS H 363.2 BED | ||
100 | _a"Bedi, Kiran" | ||
245 | 0 | _aYeh Sambhav Hai / tr. aur edited by Rama Sankar Singh | |
260 | _aNew delhi | ||
260 | _bSterling | ||
260 | _c1998 | ||
300 | _a400 p.( Rs 450) | ||
520 | _aतिहाड़ जेल के अंदर मेने जो कुछ भी देखा उसे मैने उस मानवीय संवेदना से बाँध लिया जो मेरे फर्ज के लिए जरूरी थी। में वहाँ सुधार लाने गई थी न की इल्जाम लगाने समस्या गंभीर थी। समझने में सुधार में मुझे कुछ महीने लगे। चाहे किसी को कितनी भी जल्दी क्यों न हो ऐसे संस्थानों की परत उघाड़ने में वक्त लगता है। तिहाड़ जेल ने मेरे धैर्य की बेतहा परीक्षा ली पर आखिर में उसके निवासियों के मन में जगह बनाने में कामयाब हो गई। अब वही इमारत तिहाई आश्रम कहलाती है। | ||
650 | _aPrisons India statistics | ||
942 |
_cB _2ddc |