000 | 01161nam a2200181Ia 4500 | ||
---|---|---|---|
999 |
_c53464 _d53464 |
||
005 | 20221011145912.0 | ||
008 | 200204s9999 xx 000 0 und d | ||
082 | _aCS 891.432 DAS | ||
100 | _aDas, Jagannath Prasad | ||
245 | 0 | _aAsangat Natak | |
260 | _aNew Delhi | ||
260 | _bBhartiya Gyan Pith | ||
260 | _c1991 | ||
300 | _a43p. | ||
520 | _aभारत की विविध प्रादेशिक भाषाओं के नाट्य / रंगकर्म को एक दूसरे के निकट लाने और उन्हें आधुनिक भारतीय रंगमंच का व्यापक परिप्रेक्ष्य प्रदान करने में हिंदी ने अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। परंतु बांग्ला, मराठी और कन्नड़ जैसी रंग-समुद्र भाषाओं के मुकाबले ओड़िया का योगदान बहुत कम रहा है। | ||
650 | _aHindi-Natak | ||
942 |
_cB _2ddc |