000 | 00853nam a22001697a 4500 | ||
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003 | 0 | ||
005 | 20250928172148.0 | ||
020 | _a9789371125307 | ||
082 | _aH MIS A | ||
100 |
_aMishra, Ashish _915393 |
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245 | _aKya Hara Kya Jeet Gya | ||
260 |
_aNew Delhi _bVani Prakashan _c2025 |
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300 | _a132 p. | ||
520 | _aथोड़ा परिचय में कहता हूँ, थोड़ा मुझको आप पढ़ें मेरी कविता अपनी मानें तब तो कोई बात बनें लिक्खी है मन से कविता गीत, ग़ज़ल के रूप में इनके भावों में घुलकर हम पंक्ति-पंक्ति साथ चलें। | ||
650 |
_aHindi Kavita _aHindi Poetry _915394 |
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942 | _cB | ||
999 |
_c359582 _d359582 |