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_aNew Delhi _bVani _c2023 |
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520 | _aमन्नत और अन्य कहानियाँ : ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित कोंकणी कथाकार दामोदर मावजो पिछले साठ वर्षों से अपने रचनात्मक योगदान से कोंकणी साहित्य जगत को समृद्ध कर रहे हैं। पुर्तगाली शासन से मुक्त होने के पश्चात् अब तक गोवा के सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, आर्थिक जीवन में जो उतार-चढ़ाव आये हैं उन्हें हम इन कहानियों को पढ़ते हुए महसूस कर सकते हैं। गोवा की मिट्टी की खुशबू लेकर आनेवाली ये कहानियाँ गोवा की साझी संस्कृति से पाठक का परिचय कराती हैं। कहानीकार की मानवीय एवं प्रगतिशील दृष्टि इन कहानियों का प्राण-तत्त्व है। विषय की आवश्यकता के अनुसार इनका कहानी-शिल्प आकार ग्रहण करता है। अपने और आस-पास के जीवन से प्रेरणा लेते हुए दामोदर मावजो गोवा के आम आदमी के जीवन-संघर्ष एवं सपनों को बड़ी संवेदनशीलता के साथ यहाँ प्रस्तुत करते हैं। | ||
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_aLiterature; Hindi; Collection of Stories; Gurav, Ramita tr.; Jnanpith awarded author _9801 |
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