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100 _aPrasad Rajendra
245 _aAsamanjas
260 _aNew Delhi
_bPrabhat
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300 _a120p.
520 _aइसी पुस्तक से  देशरत्न बाबू राजेंद्र प्रसाद ने गांधी-दर्शन को जितनी गहराई से समझा था और बापू के सत्य, अहिंसा एवं कर्मवाद के सिद्धांत को जितनी निष्ठा से अपने जीवन में उतारा था, वैसा शायद ही कहीं देखने को मिलता है।
650 _aPresident
942 _cB