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082 _aH 294.592 SAI
100 _aSain, Pawan Kumar
245 _aAatm manthan
260 _aNew Delhi
_bSatyam Books
_c2016
300 _a239 p.
520 _aयह आत्म मंथन हमें परिस्थितियों पर विजयी होने के लिए ऊर्जा प्रदान करता है। खुद से संवाद कायम करने हेतु, मनस्थिति को समझने हेतु हमें बाहर नहीं बल्कि खुद के अन्तर्मन में झांकने का अवसर प्रदान करता है। हर एक शब्द व्यक्ति हर रोज जीता है, अनुभव करता है। उन्हीं शब्दों को एक किताब के रूप में पिरोने का यह प्रयास है।
650 _aPawan Kumar Sain
942 _cB