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020 _a9789355620118
082 _aH 927.92 DES
100 _aDesai, Ashok
245 _aAnandiben Patel : pratibadhhata ke padchinha
260 _aNew Delhi
_bPrabhat
_c2022
300 _a202 p.
520 _aआनंदीबेनजी की सबसे बड़ी खूबी है—अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरी शक्ति से और निरंतर उत्साह से प्रवृत्त रहना। कभी भी हार न मानना, कर्तव्य में शिाथिलता न लाना और आसपास उदासीनता उभरने नहीं देना। उत्साहपूर्वक प्रवृत्त होना ही उत्थान या अभ्युत्थान कहलाता है। महाभारत के शांति पर्व, अनुशासन पर्व आदि में सर्वत्र कहा गया है कि उत्साहपूर्ण कर्म ही राजधर्म का मूल है।
650 _aAnandiben Patel
700 _a Sampat, Keyur
942 _cB