000 | 01364nam a22001817a 4500 | ||
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999 |
_c347161 _d347161 |
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003 | 0 | ||
005 | 20221014145330.0 | ||
020 | _a9789355620118 | ||
082 | _aH 927.92 DES | ||
100 | _aDesai, Ashok | ||
245 | _aAnandiben Patel : pratibadhhata ke padchinha | ||
260 |
_aNew Delhi _bPrabhat _c2022 |
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300 | _a202 p. | ||
520 | _aआनंदीबेनजी की सबसे बड़ी खूबी है—अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरी शक्ति से और निरंतर उत्साह से प्रवृत्त रहना। कभी भी हार न मानना, कर्तव्य में शिाथिलता न लाना और आसपास उदासीनता उभरने नहीं देना। उत्साहपूर्वक प्रवृत्त होना ही उत्थान या अभ्युत्थान कहलाता है। महाभारत के शांति पर्व, अनुशासन पर्व आदि में सर्वत्र कहा गया है कि उत्साहपूर्ण कर्म ही राजधर्म का मूल है। | ||
650 | _aAnandiben Patel | ||
700 | _a Sampat, Keyur | ||
942 | _cB |