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082 _aH 891.43509 SIN
100 _aSingh, Sudha
245 _aPremchand ek sahityik adhyayan
260 _aNew Delhi
_bShivank
_c2022
300 _a200 p.
520 _aप्रेमचंद आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह और उपन्यास सम्राट माने जाते हैं। यों तो उनके साहित्यिक जीवन का आरंभ 1901 से हो चुका था पर उनकी पहली हिन्दी कहानी सरस्वती पत्रिका के दिसम्बर अंक में 1914 में सौत नाम से प्रकाशित हुई और १६३६ में अंतिम कहानी कफन नाम से बीस वर्षों की इस अवधि में उनकी कहानियों के अनेक रंग देखने को मिलते हैं।
650 _aPremchand
942 _cB