000 | 01406nam a22001697a 4500 | ||
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999 |
_c347153 _d347153 |
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003 | 0 | ||
005 | 20221014104750.0 | ||
020 | _a9789383980949 | ||
082 | _aH 150 SIN | ||
100 | _aSingh, Surenderpal | ||
245 | _aSamajik manovigyan tatha manovaigyanik prakriya | ||
260 |
_aNew Delhi _bShivank _c2021 |
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300 | _a232 p. | ||
520 | _aसामाजिक मनोविज्ञान मनोविज्ञान की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गत इस तथ्य का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है कि किसी दूसरे व्यक्ति की वास्तविक, काल्पनिक, अथवा प्रच्छन्न उपस्थिति हमारे विचार, संवेग, अथवा व्यवहार को किस प्रकार से प्रभावित करती है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। अपनी विविध आवश्यकताओं के लिए मनुष्य दूसरे व्यक्तियों से, समूहों से, समुदायों से अन्तःक्रियात्मक सम्बन्ध स्थापित करता है। | ||
650 | _aManovigyan | ||
942 | _cB |