000 | 02934nam a22001697a 4500 | ||
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999 |
_c346925 _d346925 |
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003 | 0 | ||
005 | 20220831124251.0 | ||
020 | _a9789383980420 | ||
082 | _aH 351 SIN | ||
100 | _aSingh, S.K. | ||
245 | _aLok prashasan siddhant tatha vyavhar | ||
260 |
_aNew Delhi _bShivank _c2022 |
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300 | _a272 p. | ||
520 | _aप्रशासन एक सुनिश्चित उद्देश्य की पूर्ति के लिए मनुष्यों द्वारा परस्पर सहयोग से की जाने वाली एक सामूहिक क्रिया है। इसको सरलतम रूप में सड़क पर पड़े हुए भारी पत्थर को हटाने के लिए किए जाने वाले प्रयास से अच्छी तरह समझा जा सकता है। रास्ता रोकने वाले भारी पत्थर को हटाना एक विशेष सामाजिक उद्देश्य है । इसकी पूर्ति के लिए यदि कोई व्यक्ति कुछ अन्य व्यक्तियों को इत पत्थर के विभिन्न हिस्सों में लगाकर उन्हें एक साथ बल लगाने की प्रेरणा देते हुए, उनसे इसे सड़क से हटवाता है तो यह एक मामूली ढंग का प्रशासन का कार्य है जिसमें विभिन्न व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त करते हुए उनकी शक्ति एक विशिष्ट दिशा में इस प्रकार लगायी गयी कि इससे सड़क की बाधा दूर हो गयी है। अनुक्रम लोक प्रशासन का परिचय लोक प्रशासन के उपागम लोक प्रशासन की भूमिका तथा महत्त्व लोक प्रशासन की समस्याएं लोक प्रशासन कला अथवा विज्ञान आधुनिक राज्य में लोक प्रशासन तुलनात्मक प्रशासन तथा राजनीति लोक प्रशासन के सिद्धांत सत्ता की अवधारणा शक्ति की अवधारणा प्रत्यायोजन की आवश्यकता विकेन्द्रीकरण का स्वरूप नौकरशाही की अवधारणा | ||
650 | _aPublic administration | ||
942 | _cB |