000 01396nam a22001937a 4500
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020 _a9788186810110
082 _aUK 891.43 LOK
100 _aKarki, Anil (ed.)
245 _aLok pakheru
260 _aDehradun,
_bSamya sakshya
_c2016.
300 _a208 p.
520 _aबीते सालों में उत्तराखंड की लोक कला, संस्कृति को गहरा नुकसान उठाना पड़ा है। मुस्यानी देवी, मोलूराम, चन्द्र सिंह राही, भानु राम सुकोटी, संस्कृतिकर्मी अनूप साह, जीवन सिंह बिष्ट का जाना सांस्कृतिक रूप से लगातार रिक्त होते उत्तराखंडी लोक संस्कृति के लिए एक गहरा झटका है। साथ ही हिन्दी के कवि वीरेन डंगवाल को भी हम याद करते हैं। यह अंक ऐसे ही तमाम ज्ञात-अज्ञात लोक पहरुओं को समर्पित है।
650 _aLok pakheru
650 _aUttrakhand
650 _aIndia
942 _cB