000 | 01542nam a22001697a 4500 | ||
---|---|---|---|
999 |
_c346682 _d346682 |
||
003 | 0 | ||
005 | 20220824124625.0 | ||
082 |
_aUK 491.49321 _bAPN |
||
100 | _aBhatia, Shankar Singh (ed.) | ||
245 | _aApni boli apni bhasha – Kumaoni Garhwali | ||
250 | _a1st ed. | ||
260 |
_aDoiwala _bUttarakhand Shakti _c2015 |
||
300 | _a100 p. | ||
520 | _a शंकर भाटिया जी की यह नई पुस्तक गढ़वाली कुमांउनी भाषा के नवसाक्षरों और भाषा प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन उपहार है। 100 पृष्ठों की इस पुस्तक में गढ़वाली कुमांउनी शब्दावलियां, प्रकृति संबंधी, घर संबंधी, रिश्ते नाते संबंधी, पशु पक्षी संबंधी, अनाज, आभूषण, शरीर के अंगों, भावों से संबंधी, संज्ञा, सर्वनाम, शिष्टाचार के वाक्य सहित गढ़वाली कुमाउंनी भाषा से संबंधित कहावतें व गढ़वाली, कुमाउनी, जौनसारी व भोटिया शब्दों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। | ||
650 | _aDictionary | ||
942 | _cB |