000 | 01911nam a22001697a 4500 | ||
---|---|---|---|
999 |
_c346573 _d346573 |
||
003 | 0 | ||
005 | 20220507224139.0 | ||
082 | _a294.5923 SHA | ||
100 | _aSharma, Sanjeev Kumar | ||
245 | _aBharat ka raja | ||
260 |
_aAhemdabad _bBharat sodh sansthan _c2021 |
||
300 | _a95 p. | ||
520 | _aभारत का राजा प्राचीन भारतीय राजत्व तथा राजधर्म की अवधारणा पर आधारित अकादमिक प्रस्तुति है जो भारतवर्ष की पुरातन बौद्धिक परम्परा में राजधर्म की व्युत्पत्ति, विकास और स्वरूप का वर्णन करती है। भारत का राजा का मूल प्रतिपाद्य विषय महाभारत में राजत्व की अवधारणा का विभिन्न आयामों में सन्दर्भित प्रकटीकरण तथा वर्तमान लोक-कल्याण और समकालीन लोकतन्त्र के परिप्रेक्ष्य में राजधर्म का पुनर्पाठ है। भारत के राजा को पाश्चात्य राजतन्त्र के समकक्ष रखने की भ्रान्ति का निवारण करते हुए यह पुस्तक भारतीय राजा के बहुआयामी, लोकरंजन-युक्त, धर्मपरायण, कर्तव्यनिष्ठ और मर्यादित स्वरूप का दिग्दर्शन कराती है। | ||
650 | _aMahabharat | ||
650 | _aReligious | ||
942 | _cDB |