000 | 01937nam a22001817a 4500 | ||
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999 |
_c346484 _d346484 |
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003 | 0 | ||
005 | 20220428224518.0 | ||
020 | _a9788195006182 | ||
082 | _aH MAN S | ||
100 | _aManto, Saadat Hasan | ||
245 | _aToba teksingh aur anya kahaniyan | ||
260 |
_aNew Delhi _bPunit _c2021 |
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300 | _a144 p. | ||
520 | _aये कुछ-कुछ समझते थे कि हिन्दुस्तान का क्यों विभाजन हुआ है और यह पाकिस्तान क्या है, लेकिन सभी घटनाओं से ये भी बेख़बर थे। अख़बारों से कुछ पता नहीं चलता था और पहरेदार सिपाही अनपढ़, जाहिल थे। उनकी बातचीत से वे कोई नतीजा नहीं निकाल सकते थे। उनको सिर्फ इतना ही मालूम था कि एक आदमी मुहम्मद अली जिन्ना है जिसको कायदे-आज़म कहते हैं। उसने मुसलमानों के लिए एक अलग मुल्क बनाया है, जिसका नाम पाकिस्तान है। यह कहां है? इसकी स्थिति क्या है? इसके विषय में वे कुछ नहीं जानते थे। यही कारण है कि पागलखाने में वे सब पागल, जिनका दिमाग पूरी तरह से ख़राब नहीं था, इस ऊहापोह में थे कि वे पाकिस्तान में है या हिन्दुस्तान में। | ||
650 | _aStory | ||
700 | _aToki, Rajendra (Tr.) | ||
942 | _cB |