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020 _a8181436695
082 _aCS 305.3 Dha
100 _aDharamveer
245 0 _aDoosaron ki Jutiyan
260 _aNew Delhi
260 _bVani
260 _c2007
300 _a222p.
520 _aप्रस्तुत पुस्तक स्त्री पुरुष के संबंध मे है तथा मातृ सत्ता, पित्र सत्ता से भिन्न जार सत्ता के पहलू पर बात करती है।
942 _cB
_2ddc