Krishanath

Kaumaon yatra - New Delhi Prakashan sanstha 2001 - 139 p.

'कुमाऊँ यात्रा' कृष्णनाथ के यात्रावृत्तान्त - श्रृंखला की एक महत्त्वपूर्ण कड़ी है - अपनी उसी विशिष्ट शैली के साथ, जिसके लिये वे जाने जाते हैं। पाठक पाएँगे कि इस विधा की अन्य पुस्तकों की तरह 'कुमाऊँ यात्रा' सिर्फ यात्रा-वृत्तान्त नहीं है। कृष्णनाथ जी ने यहाँ एक ऐसी नयी विधा का आविष्कार किया है, जिसमें उनके संग यात्रा करने का विलक्षण स्वाद भी है और किसी क्षेत्र-विशेष के सांस्कृतिक जीवन के रग-रेशों में घुसते चले जाने का एक विरल आनन्द भी ।

UK 891.43883 KRI