Uttarkhand ka loksahitya aur janjeevan
- New Delhi Taxshila 1999
- 272 p.
प्राचीन काल से ही उत्तराखण्ड अपने वैशिष्ट्य के कारण प्रसिद्ध रहा है। यह भू-भाग ऋषि-मुनियों की तपोस्थली होने के साथ-साथ देवों का निवास स्थान भी रहा है, अतः देव भूमि भी कहलाया । अपनी प्राकृतिक सुषमा के कारण भी यह स्थान आकर्षण का केन्द्र बना रहा। इसमें पहाड़ के लोक साहित्य के विभिन्न पक्षों का अध्ययन किया गया है।