Subramaniyam, S

Police aur Manavadhikar v.1998 - Delhi Prabhat 1998 - 154p.

इस पुस्तक में लेखक ने पुलिस तंत्र, राष्ट्रीय सुरक्षा, मानव अधिकारों की संकल्पना तथा विधि-विधान का विस्तारपूर्वक, सुव्यवस्थित ढंग से प्रतिपादन किया है।


police

CS 363.2 SUB