Hindi or Bangla bhasao ka tulnatmak adhyan
- Delhi: Shabad Kosh, 1974.
- 200 p.
तुलनात्मक भाषाविज्ञान भाषा-शिक्षण, धनुवाद आदि अनेक दृष्टियों से आज के युग की आवश्यकता है। हिन्दी और बेंगला भाषाओं का यह तुलनात्मक अध्ययन अपने विषय की हिन्दी में पहली पुस्तक है। इसमें हिन्दी और बंगला व्याकरण (संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, अव्यय, वाक्य रचना) तथा शब्द- समूह का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है।